Sunday, March 22, 2009

सारंगढ़ लोक सभा का अंत .....


परिसीमन के बाद सारंगढ़ विधान सभा क्षेत्र रायगढ़ लोकसभा में शामिल हो गया है किंतु सारंगढ़ अंचल की ग्रामीण जनता आज भी परिसीमन के प्रभाव से अनजान सारंगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी के बारे में एक दुसरे से जानकारी लेते हैं । वास्तविकता की जानकारी होने पर "उपेक्षा" की पीडा अंचल के निवाशियों में फंस बन कर कसक रही है।
अविभाजित मध्यप्रदेश में आजादी के बाद से ही सारंगढ़ अंचल के राजपरिवार की सत्ता की राजनीती में खासा दखल रहा है "गिरिविलास" पैलेस के रजा स्वर्गीय श्री राजा नरेशचंद्र सिंह जी २४ वर्षों तक मध्यप्रदेश के शासन में मंत्री पड़ में रहने के साथ साथ १३ दिनों के लिए मध्यप्रदेश के मुख्या मंत्री भी थे वंही उनकी पुत्री कु रजनी गंधा एक बार विधायक बनी कु कमला देवी भी सत्ता में थी ऐसे राजनितिक प्रभुत्ता के बाद भी सारंगढ़ विकाश से कोसों दूर है सन १९७२ में सारंगढ़ जिला निर्माण की दौड़ में आगे था जब राजनांदगांव और भोपाल को जिले का दर्जा मिला । १९७७ में जब सारंगढ़ लोकसभा बना तब भी लोगों ने सोचा था की सारंगढ़ का अब विकास होगा पर आज भी सारंगढ़ अपने विकास के लिए तरस रहा है। छत्तीसगढ़ बनने के बाद लोगों ने सोचा की शायद अब सारंगढ़ में विकास की गंगा बहेगी पर तब भी सुखा था और अब भी धरती सूखी है .....यंहा के लोग मध्यप्रदेश में और इंडिया में बहुत ऊँचे तक गए हैं पर पता नही क्यों ये जगह अब भी बदहाल है यहाँ से सीएम, मंत्री ,प्रदेश अध्यक्ष, संसद,विधायक,सीएम के प्रमुख सचिव,पुलिस के महानिदेशक, और न जाने कितने न कितने पदों पर सारंगढ़ के लोगों ने कार्य किया पर ..............अफ़सोस सारंगढ़ ने विकास का चक्र नही देखा।
१९७७ से सारंगढ़ के लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं की ये क्षेत्र जिला बनेगा पर ३७ वर्ष बाद भी हम मायूस हैं क्योंकि हमरे जनप्रतिनिधयों में वो सहस नही की हमारी आवाज को बुलंद कर सके यदि ऐसा नही होता तो क्या १९९४ में नगरपालिका खत्म कर उसे नगर पंचायत बनने देते १०० बिस्तरों वाले हॉस्पिटल की मांग आज भी एक सपना है जो कब हकीकत का रूप लेगी नही मालूम। उच्चशिक्षा हेतु छात्रों का भटकना नही देखा जा सकता ......प्राचीन मंदिरों की दुर्दशा ........यंहा के पर्यटन स्थलों को प्रदेश एवं देश के नक्से में स्थान दिलाना सायद एक सपना है ................इसलिए ये समय की मांग है जागो उठो और देखो की दुनिया में क्या हो रहा है अपनी मातृभूमि के प्रति तुम्हारा भी कोई कर्तव्य है उसके लिए कुछ समय निकालो और सारंगढ़ की तक़दीर बदल दो .....ये ब्लॉग समर्पित उन सारंगढ़ के वाशिंदों को चाहते हैं की ये जगह फले फूले उन्नति करे यह ब्लॉग किसी भी प्रकार की राजनीती से कोसो दूर है इसलिए आप अपनी राय और सहयोग अवश्य देवें ..........कृपया अन्य सारंगढ़ के लोगों को इस ब्लॉग के बारे में बताएं और सारंगढ़ के लिए ही सही एक हो जायें..........जय माँ सम्बलेश्वरी
write me at indiasarangarh@gmail.com

5 comments:

  1. पर वोट जरूर दें और इन दो बड़ी पार्टियों[निकम्मी ही सही]में से एक चुने ,कम से कम कोई शिबू सोरेन या जयललिता,देव्गोड़ा-ब्लैक मेल तो नहीं कर पाएगा।

    कविता या गज़ल में हेतु मेरे ब्लॉग पर ्सादर आमंत्रण है आपको
    http://gazalkbahane.blogspot.com/ कम से कम दो गज़ल [वज्न सहित] हर सप्ताह
    http:/katha-kavita.blogspot.com/ दो छंद मुक्त कविता हर सप्ताह कभी-कभी लघु-कथा या कथा का छौंक भी मिलेगा
    सस्नेह
    श्यामसखा‘श्याम
    हां खुदा के लिये वर्ड वेरिफ़िकेश्न हटाएं

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  2. चलिए इस सारंगढ़िए ब्लॉग का शुभकामनाओं के साथ स्वागत है हिंदी ब्लॉगजगत में।

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  3. प्रिय बन्धु
    खुशामदीद
    स्वागतम
    हमारी बिरादरी में शामिल होने पर बधाई
    मेरी सबसे बड़ी चिंता ये है कि आज हमारे समाज का शैक्षिक पतन उरूज पर है पढना तो जैसे लोग भूल चुके हैं और जब तक आप पढेंगे नहीं, आप अच्छा लिख भी नहीं पाएंगे अतः सिर्फ एक निवेदन --अगर आप एक घंटा ब्लॉग पर लिखाई करिए तो दो घंटे ब्लागों कि पढाई भी करिए .शुभकामनाये
    जय हिंद

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